केहू मन पड़ल : भोजपुरी कविता संग्रह

0
भोजपुरी के बढ़िया वीडियो देखे खातिर आ हमनी के चैनल सब्सक्राइब करे खातिर क्लिक करीं।

भोजपुरी कविता संग्रह केहू मन पड़ल में जरत-बरत समकालीन जिनिगी के जियतार तस्वीर उकेरल गइल बा। संग्रह में दस गो गीति-रचना बाड़ी स, जवना में एह नामी-गिरामी के चुनिंदा गीत, ग़ज़ल, दोहा आ मुक्त छंद के समकालीन कविता संग्रहित बड़ी स।

चाहे गीत होखे भा गजल, दोहा होखे भा मुक्त छंद-कवी भाषा सवारी करत चलत बा आ भोजपुरी के खाँटी शब्दन, मुहावरन के चटख इस्तेमाल रचनन के पानीदार आउर जानदार बना देले बा।

बिसवास बा, तंग इनायतपुरी के भोजपुरी काव्य-साधना के समुंदर से अलग अलग छंदन में से बिनल – बिछल मोतियन के जवन संग्रह केहू मन पड़ल पेश कइल गइल बा, पढ़निहार आ गुननिहार के मन के मोहि ली आ एकर सार्थक आउर सकारात्मक मूल्यांकन होइ।

लेखक: तंग इनायतपुरी

“केहू मन पड़ल: भोजपुरी कविता संग्रह” डाउनलोड करे के खातिर क्लिक करी

रउवा खातिर  
भोजपुरी मुहावरा आउर कहाउत
देहाती गारी आ ओरहन
भोजपुरी शब्द के उल्टा अर्थ वाला शब्द
जानवर के नाम भोजपुरी में
भोजपुरी में चिरई चुरुंग के नाम

इहो पढ़ीं
भोजपुरी गीतों के प्रकार
भोजपुरी पर्यायवाची शब्द – भाग १
भोजपुरी पहेली | बुझउवल
भोजपुरी मुहावरा और अर्थ
अनेक शब्द खातिर एक शब्द : भाग १
लइकाई के खेल ओका – बोका
भोजपुरी व्याकरण : भाग १
सोहर

ध्यान दीं: भोजपुरी फिल्म न्यूज़ ( Bhojpuri Film News ), भोजपुरी कथा कहानी, कविता आ साहित्य पढ़े  जोगीरा के फेसबुक पेज के लाइक करीं।

आपन राय जरूर दीं