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कवि ह्रदयानन्द विशाल जी लिखल चार पांच गो भोजपुरी कविता

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परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प , रउवा सब के सोझा बा कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल एक से एक...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी लिखल नाउ से नोचा जइबअ

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ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल भोजपुरी कविता आ गीत

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कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल तीन गो भोजपुरी कविता

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कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल कुछ भोजपुरी कविता

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ब्यास + गायक ए दुनू जाना मे अंतर होला जे कथा कहानी गावेला उ ब्यास गिनती मे आवेला जे खाली गाना गावेला सभे गायक ओके बतावेला हम मानतानी की कुछ...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल अध्यात्मिक गीत दुलहिन डोली मे...

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पढ़ीं सभे कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल भोजपुरी अध्यात्मिक गीत दुलहिन डोली मे जाली सुसुकत सफर मे केहु ना संघाती साथी लउकल डगर...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल ठाठा के हँसीं बेमारी भाग...

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कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के भोजपुरी कविता लिखल ठाठा के हँसीं बेमारी भाग जाई घटना एगो देखनी जब जात रहनी कमाये एगो छाँटल कंजूस गइलन काशी मे नहाये गंगा...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल कुछ कविता

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चिरुआ भर पानी मे डुब मरऽ माई के माई काहला के कीमत शुध बेयाज सहीते अशुले लगलअ दुध के धोवल तुहुँ नइखअ कवना घमंडे फुले लगलअ तहरे उपर नाज...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल कविता फटक के लऽ फटक...

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बोलत नइखीं त बुझतारअ की सबसे लमहर घाँक बा ताहरा कवनो गरजे नइखे त हामरा कवन ताक बा काम निकल जाला तहिये से गिरगिट नियन बदल जालअ राम राम सुनला...

माई आ कागावा प कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल दू...

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माई तु कवन कवन दुख झेललु, माई के गुन गावत कवि ह्रदयानन्द विशाल जी ताहार नेकी नाही भुलाईब गुनवा जियब तबले गाईब हमके दुनिया देखलवलु लालटेन से जिनगी...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल कविता भाँसा बोलीं भोजपुरिये

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माई भाँसा के कदर करीं ए भइया आ जहाँ कहीं रही लेकिन भाँसा बोलीं भोजपुरिये एहि प लिखल कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के कविता...

ताड़ी पऽ कवि ह्रदयानन्द विशाल जी के लिखल एगो भोजपुरी गाना

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चाहें होखे हाड़ा चाहें होखे हाड़ी लियाव रे पसिया लबनी मे ताड़ी ताड़ी मे जनेव डुबल ताड़िये मे माला तरकुल के पेंड़ तर खुलल बा पाठशाला ताड़ी खातिर साधु लो मुड़ावता मोछ दाढ़ी लियाव..... ता...

कवि ह्रदयानन्द विशाल जी लिखल कुछ भोजपुरी गीत

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हम भोजपुरीया हमार जान भोजपुरी भइया हम बोलिले निछान भोजपुरी हम.... माई भाँसा बसल बिया हमरा नस नस मे बोलला पर भिन जाले अमरित रस मे सभके करावे अमरित पान भोजपुरी हम.... आपन माटी आपन थाती आपन...