पहिला प्यार | भोजपुरी कहानी | सौरभ भोजपुरीया

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पहिला प्यार अक्सर दर्द देबे वाला ही होला भले लोग कुछो कहो। उ पाहिले प्यार हा जवन कबो ना मिले । कहे के ता बहुत लोग कहे ला की हमार माई ता हमार बाबुजी भाई पहिलका प्यार हा लोग बाकिर इ बात पर हमरा विस्वाश ना होला । माई बाबु भाई बहिन इ सब से स्नेह दुलार होला ।

प्रेम ना बाकिर जहवाँ बात आवे ला प्रेम के ता उ होला अपना से उल्टा लिंक के तरफ रूझान के । जवन एगो चेहरा खासो में खाश हो जाला । जवना के देखते चेहरा पर मुश्कान आ जाला । उ सामने पड़ते धड़कन के रफ़्तार तेज़ हो जाला । पहिला प्यार के बेरा इ पता ना रहे की आगे वाला कईसन बा का बा । ना कवनो छल कपट ना कवनो उमिर आ उच्च नीच के बंधन ।

हम बात करत बानी पहिला प्यार के जवन उ चेहरा सामने पड़ते । अतीत में लेके चल जाला । उ मजबुर कर देला आपन याद में डूबे पर । जवन भूल के भी केहु भुला ना पावे । हमरा आशा ना पूरा विश्वाश बा ई पहिला प्यार हर इंसान के जीवन में एक ना एक बेर जरूर भईल बा केहु के चहले केहु के बिना चहले ।

हा भाई जी जब हम कहते बानी की इ पहिला प्यार हर केहु के जीवन में एक बेर जरूर भईल बा । त हमरो भईल बाकिर जब भईल पते ना चलल ।

हम आठवीं कक्षा में पढ़त रहनी । गाँव /शहर क़स्बा में एके गो सरकारी स्कूल रहे जवना के कारन हर वर्ग के लईका लईकी के ओ ही में पढ़े के पड़े ।

ओ समय लईका लईकी मे बात चित साथै खेले कूदे में कवनो रोक ना रहे । रामु रहीम राज राजा शीमा मीरा रीना सब केहु एके साथ हँसल बोलल खेल खेलल होत रहे ।

एक दिन स्कूल में ईगो मोटर कार आईल । सब केहु के निगाह ओ मोटर गाड़ी पर अड़ गईल । इ मोटर रहे ओ इलाका के सबसे ज्यादा पैसा वाला झबरू मियां के ।

पहिला प्यार | भोजपुरी कहानी | सौरभ भोजपुरीया
पहिला प्यार | भोजपुरी कहानी | सौरभ भोजपुरीया

उनके साथ उनकर छोटकी बेटी जेकर नाम शाबाना रहे $$ नीचे उतरली ।शायद उहो स्कुल में दाखिला खातीर आइल बाड़ी । उनकर दाखिला हम रे कक्षा में भा गईल । देखे में बहुत खूबसूरत रहली । तीन महीना हो गईल रहे बाकिर हमरा उनकरा के नजदीक से देखे के कवनो मौके ना मिले । एक दिन बारिश में मौषम रहे आ हम भीजत स्कूल आ गईनी । बारिष के चलते हमार साथी लोग ना आईल रहे लोग । भा इ कही पूरा स्कूल खाली रहे । ओ दिन पढ़ाई के नाम पर संगीत आ कहानी मास्टर साहेब सुननी आ सुनावनी । आ ओ ही दिने हम देखली सबाना के नीला आँख गोल सफेद चेहरा मोती नीयन चमकत दाँत, अनार के दाना बाराबर हँसी पर गाल में पड़त गाडा चुमुक नीयन केहु के देखे पर मजबूर करे खतीर बहुँते रहे । जीनत अमान भी अगर देख लेती ता उहो लाजा जईती ।

हमनी के उनकरा के आपन भाषा में जहर के पुडिया कही जा । पढ़े में तेज़ रहली जवना के नतीजा रहल की हमार उनकरा से पढ़ाई में सामना होख़े लागल। कक्षा में पहिला आ दूसरा स्थान खतीर होड़ लाग गईल । हमनी के एक दूसरा के कापी किताब के लेन देन शूरू हो गईल । एक दूसरा के साथ बोलल बतियावल अच्छा लागे लागल । बाकिर इ प्यार कवन चिरई रहे ना मालूम रहे ।

एक दिन छुटी के बाद सब केहु के साथै हम आ शाबाना घरे जात रही सन । तब तक अचानके सबाना के सामने साँप पड़ गईल हम उनकरा के धक्का दे देहनी जवना से उ दुर हो गईली बाकीर सांप हमरा के काट दिहलस । आगे कुछ याद ना रहल की का भईल ।

जब आँख खुलल ता अपना के अस्पताल के बेड पर सुतल पवनी । माई बाबु डॉ के धन्यबाद देत रहे लोग । तब डॉ साहेब कहनी धन्यबाद ता बेटी शाबाना के करी जेकरा हिम्मत आ हुशियारी से जहर ज्यादा ना फाइल पावल । सबाना आपन रीबन से घाव के ऊपर बाँध देले रहली आ आपन हेयर बैंड के तुड़ के घाव के काट देहली जवना के चलते जहर बाहरी गिर गईल रहे ।

हम बच्चपन में बहुँत अच्छा नाचवैया आउर गवइया रहनी । जब भी अपना के अकेले पाई सुरु हो जाई । सबाना के सबसे पसंदीदा गाना रहे सुन सायबा सुन प्यार की धुंन मैंने तुझे चुन लिया …… ।

हम बड़ा ही खूबसूरत अंदाज़ से इ गीत सुनाई सबाना के । हमरा आवाज में जादु बा इ उनकर कहनाम रहे । एक दूसरा के बारे में सुनल बतियावाल अच्छा लागत रहे । समय पंख लगा के कब तेज़ी से उड़ गईल मालुम ना चलल । हमनी के बारहवी में प्रवेश कर गईल रहनी सन ।

आज 15 अगस्त के कार्यक्रम के त्यारी जोर शोर से होत रहे । सबाना हमार डांस में पार्टनर बनली । पहिला बेर साथ में हमनी के फोटो खिचाएल । अपना के अतना करीब देखे के मौका मिलल ।

दस दिन बाद …अचानक कुछ लोग के भीड़ हमारा पर पागल कुत्ता नीयन टूट पड़ल …. आ हमरा के लात जूता से मार के अधमारा कर देहलश । एक बेर फेर हम अस्पताल में भर्ती भैनी बाकिर तब आ अब में बहुँत अंतर रहे । हम कुछ ना समझ पवनी की हमरा साथै अईसन काहे भईल ।

बस माई खाली रोवत रहे । केहु कुछो ना कहत रहे । कुछ दिन बाद हम ठीक होके जब घर आइनी तब हमरा के माई आपन किरीया देके कहलस की तू शाबाना से बात मत कारिहा मत ओकरा तरफ देखिहा हम माई से बहुँत पूछनी बाकीर उ किरीया के शीवा कुछो आउर बात बतावे के त्यार ना भईल । अगिला दिने स्कुल में शाबाना हमरा सामने मिल गईली सोचनी की बात का बा पूछी बाकिर माई के किरीया याद करी के कुछ ना कह पवनी । शाबाना भी बहुत कोशिस काइली बोले के बाकिर कुछ बोल ना पावली । एके छत के नीचे हमनी के अजनबी बन गईनी सन । बारहवी के पेपर के बाद हम आपन दूर के रिस्तेदार के लगे चल आइनी ।

कुछ दिन बाद ….
गाँवे रहनी तब अचानक से एगो छोट लड़िका हमरा के कागज में समेटल कुछ दिहलश । हम छुपा के रख लिहनी । रात के इंतज़ार करे लगनी की अकेला में खोल के पढम भा देखम । जब खोलनी तब उ शाबाना आ हमार पँद्रह अगस्त वाला फोटो आ एगो चिठ्ठी रहे जवना में लिखल रहे ….

हमरा जीवन के श्याम/ चितचोर
हो सके ता हमरा के माफ कर दिहा। तू निर्दोष बाड़ा जवन भी तहरा साथै भईल ओ सबके हम जिमेदार बानी । हम तहरा से मन ही मन प्यार करे लगनी । तहार फोटो भा नाम लिख के चूमे लगनी रात रात भर । तहरा नाम के रोज एगो चिठ्ठी लिखी बाकिर हिम्मत ना भईल आ हम तहरा के कबो दे ना पवेनी आ नाही कबो सामने से बोल पवनी । एक दी अम्मी फोटो आ चिठ्ठी देख लिहली आ आबू से कह देहली। जवना के कारन तोहरा के मार पड़ल आ घर में हमरा के । बाकिर तू ता अंजान रहला इ सब से गुनाह त हम कइले रहनी । बाकिर हमरा गुनाह के सजा तोहरा मिलल । हमरा के माफ कर दिहा । बाकिर तू हमार पहिला प्यार हउवा आ रहबा जब ले इ सॉस रही तन में । हमरा मन मंदिर के देवता बन चुकल बाड़ा तु । ईगो वादा करा अगिला हप्ता में हमार निकाह बा तु जरुर अइहा हम निमंत्रण भेजवाएम । अगर तु आईबा त हमहुँ समझेंम की हमहुँ तहार पहिलका प्यार रहनी …..
तहार हो के भी ना होख़े वाली
तहरा मन मंदिर के मूर्ति ….
शाबाना तहार दुबाइन ।।

हमहुँ शादी के दिन सज धज के गईनी कुछ देर इजाज़त लेके के मिलनी आ उनकर सबसे पसंदीदा गाना स्टेज पर सुना दिहनी

सुन सायबा सुन… प्यार की धुंन…
मैंने तुझे चुन लिया ….
तू भी मुझे चुन…. आ संदेश दे दिहनी की तु हूँ हमार पहिलका प्यार बाड़ू आउर आखरी तहरो जगह केहु ना ले पाई जहाँ रहा खुश रहा …….

हमार ना भइलो पर शाया नीयन हमरा साथे रहे वाली दुबाइन।।

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