हीरा प्रसाद ठाकुर : एक परिचय

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नाम – हीरा प्रसाद ठाकुर
जन्म – 05.01.1948
पिता – स्व० नन्हकू ठाकुर
माता – स्व० भगमानो देवी
धर्मपत्नी – स्व० धनेश्वरी देवी

हीरा प्रसाद ठाकुर जी कि उपलब्धियाँ

भारतीय दलित साहित्य अकादमी से सम्मान पत्र-1994, भारतीय दलित अकादमी से सम्मान पत्र 1995, शिक्षा साहित्य कला विकास समिति रतनपुरा बाजार बहराईच से ‘काव्य श्री’ सम्मान 1996, साहित्य सांस्कृतिक कला संगम अकादमी परियावाँ प्रतापगढ़ से ‘साहित्य श्री’ सम्मान 1997ए भोजपुर जिला साहित्य सम्मेलन से ‘भिखारी ठाकुर सम्मान’ 1997, अखिल भारतीय साहित्यकार अभिनन्दन समिति मथुरा से ‘मैथिली शरण गुप्त’ सम्मान 8 अक्टूबर 1998, ‘कारगिल विजय’ – प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रशंसित, पत्रांक-274/पी०एस० TO/PM, 9 जून 1999, भोजपुरी साहित्य सम्मेलन लखनऊ से ‘भोजपुरी शिरोमणि’ उपाधि मई 2001 में ‘वीर कुंवर सिंह’ महाकाव्य एवं वीर भगत’ फिजी साहित्य समिति ‘पुरस्कार से सम्मानित’, भिखारी ठाकुर सम्मान बिहार राज भाषा परिषद द्वारा 2002 में, वीर कुंवर सिंह महाकाव्य एम० ए० के पाठ्यक्रम में एवं द्रत पाठ के लिये नाटककार हीरा प्रसाद ठाकुर ।

हीरा प्रसाद ठाकुर जी
हीरा प्रसाद ठाकुर जी

बेंगलूर में ‘साहित्य श्री’ सम्मान-2004 जुलाई मे। चीफ पोस्टमास्टर जनरल (श्री एस० पी० सिंह) बिहार द्वारा पुरस्कृत 2004 में, “भोजपुरिया-सेना” बाबू बाजार आरा द्वारा ‘भोजपुरी मार्तण्ड’ सम्मान पत्र मई 2005 में, ‘एकलव्य बाल साहित्य रत्न सम्मान’ उज्जैन मध्य प्रदेश 26 मार्च 2006 को, ‘वीर भगत’ महाकाव्य नेपाली भाषा में अनूदित।

अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन 20 वें राष्ट्रीय अधि वेशन (2008) भोपाल में श्री हीरा प्रसाद ठाकुर को “भारत भाषा भूषण” से सम्मानित।

बिहार-राष्ट्रभाषा-परिषद्, पटना से 02 फरवरी 2009 को, ‘लोकभाषा-साहित्य सम्मान से सम्मानित। राष्ट्रपति द्वारा हीरा प्रसाद ठाकुर को “LiteraryFigure” की उपाधि की घोषणा 01 जून 2010 को, शिक्षा साहित्य, कला, विकास समिति श्रावस्ती (उ. प्र.) से पंडित वृज बहादुर पाण्डेय स्मृति सम्मान 12 जून 2010 को।

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